सागर। शहर कांग्रेस सेवादल ने जिला शहर कांग्रेस कमेटी कार्यालय राजीव गांधी भवन,तीनबत्ती पर बिरसा मुंडा की जयंती मनाई ।

उनके छायाचित्र पर पुष्प माला अर्पित की।
इस अवसर पर शहर सेवादल अध्यक्ष सिंटू कटारे ने कहा कि
भगवान बिरसा मुंडा का देश की आजादी के लिए दिया गया बलिदान को कभी भुलाया नही जा सकता है. कहा कि भगवान बिरसा मुंडा का जन्म 15 नवंबर 1875 को खूंटी जिला के उलिहातु ग्राम में एक किसान परिवार में हुआ था. बचपन से अंग्रेजो का अत्याचार को देख भगवान बिरसा मुंडा के मन में अंग्रेजो के प्रति विद्रोह की भावना जगी. जिससे अंग्रेजों के विरुद्ध जनजातीय विद्रोह उलगुलान प्रारम्भ किया. जिसका नेतृत्व स्वयं भगवान बिरसा मुंडा कर रहे थे. साथ ही कहा कि जंगल जमीन की लड़ाई लड़ने वाले महान आदिवासी जन चेतना के लोकनायक भगवान बिरसा मुंडा के शौर्य बलिदान को सच्चे मायने में कभी भुलाया नही जा सकता है।कार्यक्रम में प्रमुख रूप से जिला शहर कांग्रेस कमेटी के स्थायी मंत्री दीनदयाल तिवारी,वरिष्ठ कांग्रेसी ओमप्रकाश पंडा,राजेश चौधरी,नितिन पचौरी,अंकुर यादव,फहीम अंसारी,लकी दुबे, अन्नू घोषी आदि उपस्थित रहे।

उनके छायाचित्र पर पुष्प माला अर्पित की।
इस अवसर पर शहर सेवादल अध्यक्ष सिंटू कटारे ने कहा कि
भगवान बिरसा मुंडा का देश की आजादी के लिए दिया गया बलिदान को कभी भुलाया नही जा सकता है. कहा कि भगवान बिरसा मुंडा का जन्म 15 नवंबर 1875 को खूंटी जिला के उलिहातु ग्राम में एक किसान परिवार में हुआ था. बचपन से अंग्रेजो का अत्याचार को देख भगवान बिरसा मुंडा के मन में अंग्रेजो के प्रति विद्रोह की भावना जगी. जिससे अंग्रेजों के विरुद्ध जनजातीय विद्रोह उलगुलान प्रारम्भ किया. जिसका नेतृत्व स्वयं भगवान बिरसा मुंडा कर रहे थे. साथ ही कहा कि जंगल जमीन की लड़ाई लड़ने वाले महान आदिवासी जन चेतना के लोकनायक भगवान बिरसा मुंडा के शौर्य बलिदान को सच्चे मायने में कभी भुलाया नही जा सकता है।कार्यक्रम में प्रमुख रूप से जिला शहर कांग्रेस कमेटी के स्थायी मंत्री दीनदयाल तिवारी,वरिष्ठ कांग्रेसी ओमप्रकाश पंडा,राजेश चौधरी,नितिन पचौरी,अंकुर यादव,फहीम अंसारी,लकी दुबे, अन्नू घोषी आदि उपस्थित रहे।