सागर। योग निकेतन योग प्रशिक्षण तिस्थान भोपाल रोड सागर में डा चंद्रप्रभा जैन द्वारा लिखित पुस्तक ” योग से स्वास्थ्य ” का विमोचन रविवार को विधायक शैलेंद्र जैन, योगाचार्य विष्णु आर्य और पूर्व विधायक भानु राणा ने एक गरिमामय कार्यक्रम किया। इस मौके पर नियमित योगाभ्यास शिविर और श्रीगायत्री धाम में हवन पूजा अर्चना की गई।

विधायक शैलेंद्र जैन ने कहा कि योग हमारी भारतीय संस्कृति को अपनाकर स्वस्थ्य बने रहने का आधार है। सागर में योगाचार्य विष्णु आर्य और उनके द्वारा स्थापित योग निकेतन ने सागर ही नहीं पूरे बुंदेलखंड सहित देश प्रदेश में योग के प्रचार प्रसार में लंबे समय से अपनी अहम भूमिका निभा रहा है। इसमें हम सभी शामिल है। इस दिशा में केंद्र और राज्य सरकार योग को बढ़ावा देने लगातार प्रयास कर रही है। हम सभी को नियमित योगाभ्यास करना चाहिए ताकि शारीरिक ,मानसिक और आध्यात्मिक स्वस्थ रह सके । उन्होंने कहा कि डा चंद्र प्रभा जैन द्वारा लिखित पुस्तक योग से स्वास्थ्य एक संग्रहणीय किताब है। इसको पढ़े और योगाभ्यास करे। यह किताब योगप्रेमियो को लाभदायक है।
इस मौके पर संस्थान के संचालक और योग आयोग के जिला अध्यक्ष विष्णु आर्य ने कहा कि योग मानव जीवन के स्वस्थ्य रहने का मूल आधार है। हमें अपनी संस्कृति को अपनाना चाहिए ।आज के माहौल में अनुशासित जीवन सिर्फ योग की शैली से आ सकता है। उन्होंने डा चंद्र प्रभा जैन और उनकी किताब को लेकर कहा कि डा जेन लंबे समय से पुलिस अकादमी और योग निकेतन से जुड़कर योग को बढ़ाने संकल्पित रही है। यह उनकी भावना है कि रिटायर्ड होकर उन्होंने सहज सरल भाषा में योग विषय पर किताब लिखी है। उनका प्रयास सराहनीय है।
योग से स्वास्थ्य किताब की लेखिका और जवाहरलाल पुलिस अकादमी रिटायर्ड हुई प्रशिक्षिका डा चंद्रप्रभा जैन ने बताया कि मैने योग के जरिए ही सुखी और सहज जीवन बिताया है। मैने यह किताब योगाचार्य विष्णु आर्य के मार्गदर्शन में लिखी है। यह किताब गुरु जी को समर्पित है। इसके साथ ही मातापिता का सबल मिला।
पूर्व विधायक भानु राणा और पतंजलि योग समिति के राज्य प्रभारी भगतसिंह ने डा चंद्रप्रभा जैन के प्रयास की सराहना करते हुए शुभकामनाएं दी। विमोचन के पहले योग निकेतन में श्री यंत का श्रीसूक्त से अभिषेक और श्री ललिता त्रिपुरसुंदरी देवी के सहस्त्र नाम से कुमकुम से अर्चन किया गया। अतिथियों का स्वागत योग निकेतन परिवार के सदस्यों ने किया।
इस मौके पर अध्यक्ष राम नारायण यादव ,कार्यक्रम संयोजक सुबोध आर्य डा सतीश भाटी, लता भाटी, श्रीमती प्रेमलता भार्गव, श्रीमती साधना जैन, प्रीति विश्वकर्मा, एड पवन पाठक, संगीता पाठक, रत्नेश जैन , अलका जैन, योग निकेतन के सदस्य महेश नेमा, ,लाल जी ददरया, संजय पाठक ,महेश साहू,पी, एल सोनी, राजेश जड़िया, बाला नेमा, महेश साहू, पुरषोत्तम सोनी, बी, डी, साहू, डॉगोस्वामी, रामकिशन कोरी,संदीप सोनी, विनोद कुमार सोनी , गगन सिंह ,अमित गुप्ता ,शिवांस आर्य ,महेश नेमा, संजय पाठक, नितिन कोरपाल, बाला नेमा,अशोक सोनी, अनुराग दुबे ,आरती ताम्रकार , वंदना गुप्ता,अलका आर्य, ज्योति शर्मा, दिलीप साहू सर भूपेंद्र पराशर, आकाश पटेल रियल कोचिंग क्लासेस, नरेंद्र अहिरवार, मुन्ना लाल जैन,अनिल जैन,मनोरमा जी गौर, मनोहर लाल सोनी,, पुरुषोत्तम सोनी, नंदकिशोर नामदेव,सविता मेहता, मुन्ना लाल जैन, सुशील राधाचरण तिवारी, बेनीप्रसाद कोरी, पूजा पटेल, प्रदीप नामदेव, कमलेश नामदेव, पवन विश्वकर्मा सहित अनेक लोग मौजूद रहे।

विधायक शैलेंद्र जैन ने कहा कि योग हमारी भारतीय संस्कृति को अपनाकर स्वस्थ्य बने रहने का आधार है। सागर में योगाचार्य विष्णु आर्य और उनके द्वारा स्थापित योग निकेतन ने सागर ही नहीं पूरे बुंदेलखंड सहित देश प्रदेश में योग के प्रचार प्रसार में लंबे समय से अपनी अहम भूमिका निभा रहा है। इसमें हम सभी शामिल है। इस दिशा में केंद्र और राज्य सरकार योग को बढ़ावा देने लगातार प्रयास कर रही है। हम सभी को नियमित योगाभ्यास करना चाहिए ताकि शारीरिक ,मानसिक और आध्यात्मिक स्वस्थ रह सके । उन्होंने कहा कि डा चंद्र प्रभा जैन द्वारा लिखित पुस्तक योग से स्वास्थ्य एक संग्रहणीय किताब है। इसको पढ़े और योगाभ्यास करे। यह किताब योगप्रेमियो को लाभदायक है।
इस मौके पर संस्थान के संचालक और योग आयोग के जिला अध्यक्ष विष्णु आर्य ने कहा कि योग मानव जीवन के स्वस्थ्य रहने का मूल आधार है। हमें अपनी संस्कृति को अपनाना चाहिए ।आज के माहौल में अनुशासित जीवन सिर्फ योग की शैली से आ सकता है। उन्होंने डा चंद्र प्रभा जैन और उनकी किताब को लेकर कहा कि डा जेन लंबे समय से पुलिस अकादमी और योग निकेतन से जुड़कर योग को बढ़ाने संकल्पित रही है। यह उनकी भावना है कि रिटायर्ड होकर उन्होंने सहज सरल भाषा में योग विषय पर किताब लिखी है। उनका प्रयास सराहनीय है।
योग से स्वास्थ्य किताब की लेखिका और जवाहरलाल पुलिस अकादमी रिटायर्ड हुई प्रशिक्षिका डा चंद्रप्रभा जैन ने बताया कि मैने योग के जरिए ही सुखी और सहज जीवन बिताया है। मैने यह किताब योगाचार्य विष्णु आर्य के मार्गदर्शन में लिखी है। यह किताब गुरु जी को समर्पित है। इसके साथ ही मातापिता का सबल मिला।
पूर्व विधायक भानु राणा और पतंजलि योग समिति के राज्य प्रभारी भगतसिंह ने डा चंद्रप्रभा जैन के प्रयास की सराहना करते हुए शुभकामनाएं दी। विमोचन के पहले योग निकेतन में श्री यंत का श्रीसूक्त से अभिषेक और श्री ललिता त्रिपुरसुंदरी देवी के सहस्त्र नाम से कुमकुम से अर्चन किया गया। अतिथियों का स्वागत योग निकेतन परिवार के सदस्यों ने किया।
इस मौके पर अध्यक्ष राम नारायण यादव ,कार्यक्रम संयोजक सुबोध आर्य डा सतीश भाटी, लता भाटी, श्रीमती प्रेमलता भार्गव, श्रीमती साधना जैन, प्रीति विश्वकर्मा, एड पवन पाठक, संगीता पाठक, रत्नेश जैन , अलका जैन, योग निकेतन के सदस्य महेश नेमा, ,लाल जी ददरया, संजय पाठक ,महेश साहू,पी, एल सोनी, राजेश जड़िया, बाला नेमा, महेश साहू, पुरषोत्तम सोनी, बी, डी, साहू, डॉगोस्वामी, रामकिशन कोरी,संदीप सोनी, विनोद कुमार सोनी , गगन सिंह ,अमित गुप्ता ,शिवांस आर्य ,महेश नेमा, संजय पाठक, नितिन कोरपाल, बाला नेमा,अशोक सोनी, अनुराग दुबे ,आरती ताम्रकार , वंदना गुप्ता,अलका आर्य, ज्योति शर्मा, दिलीप साहू सर भूपेंद्र पराशर, आकाश पटेल रियल कोचिंग क्लासेस, नरेंद्र अहिरवार, मुन्ना लाल जैन,अनिल जैन,मनोरमा जी गौर, मनोहर लाल सोनी,, पुरुषोत्तम सोनी, नंदकिशोर नामदेव,सविता मेहता, मुन्ना लाल जैन, सुशील राधाचरण तिवारी, बेनीप्रसाद कोरी, पूजा पटेल, प्रदीप नामदेव, कमलेश नामदेव, पवन विश्वकर्मा सहित अनेक लोग मौजूद रहे।