सागर। प्रयागराज में महाकुंभ मेला 2025 का आयोजन ऐतिहासिक महत्व रखता है। यह महाकुंभ विशेष रूप से 144 वर्षों के बाद हो रहा है, और इस समय बन रहा दुर्लभ खगोलीय संयोग इसे और भी खास बनाता है। महाकुंभ केवल एक धार्मिक उत्सव नहीं है, बल्कि यह पूरे समाज के लिए आध्यात्मिक उन्नति का अवसर भी है। इसी उत्सव में अपनी सहभागिता सागर का रामसरोज समूह निभा रहा है। जो लोग किसी कारण बस प्रयागराज महाकुंभ में नहीं जा पा रहे हैं उन्हें अपने तीर्थ दर्शन संकल्प के तहत रामसरोज समूह प्रयागराज की यात्रा करा रहा है।

जिसका 87 लोगों का दूसरा जत्था मंगलवार को डीआईजी सुनील जैन,दद्दाजी के कृपा पात्र पं.श्री केशव जी महाराज,राम सरोज समूह के सदस्य समाजसेवी बबिता–संजीव केसरवानी,समाजसेवी गीता–शैलेश केसरवानी एवं समाजसेवी श्वेता–अखिलेश मोनी केशरवानी एवं नवीन भारती केसरवानी ने टिकट एवं सहयोग राशि भेंट रवाना किया।
इस अवसर पर डीआईजी सुनील जैन ने कहा कि राम सरोज समूह के कार्यों की जितनी भी प्रशंसा की जावे उतनी कब है। इस तीर्थ दर्शन संकल्प का लाभ जो लोग सच में इसकी पात्रता रखते हैं और जरूरतमंद है ऐसे लोगों को लाभ मिल रहा है। रामसरोज समूह के सदस्य जो कार्य कर रहे हैं। वह अपने माता-पिता के नाम से कर रहे हैं। और जो काम अपने माता-पिता के नाम से किया जाए उसमें कोई व्यक्ति असफल नहीं हो सकता। रामसरोज के सदस्य अपने माता-पिता आदर्शों का अनुकरण कर रहे हैं। आप सभी महाकुंभ में जावे और अपने साथ-साथ रामसरोज समूह परिवार को यश कीर्ति मिले ऐसी कामना मै भी कामना करता हूं और आप भी करें। पंडित केशव महाराज ने कहा कि सागर में मैं हमेशा रामसरोज समूह के समाजसेवा के कार्यों के बारे में सुनता रहता हूं और देखता रहता हूं। समूह द्वारा जितनी भी यात्रा आज तक जितनी भी यात्रा भेजी गई है उसमें मै स्वयं प्रत्यक्षदर्शी रहा हूं। यह बड़ी बात है कि बिना कोई शासकीय मदद की समूह के सदस्यजन अपने माता-पिता के बताए गए रास्ते पर चलकर लोगों की समाज सेवा कर रहे हैं। आप सभी को आपकी यात्रा के लिए शुभकामनाएं।
इस अवसर पर समाजसेवी संजीव केसरवानी ने कहा कि यह महाकुंभ 144 वर्षों बाद पड़ा है। अगला महाकुंभ अगले 144 वर्ष बाद पड़ेगा। और हम लोग शायद ही अब देख पाए। रामसरोज समूह का प्रयास है कि अधिक से अधिक संख्या में लोग कुंभ में स्नान कर सके और वहां की दिव्यता का अनुभव कर सके। आज प्रयागराज का दूसरा जत्था रवाना हो रहा है। आप सभी को शुभकामनाएं। इस अवसर पर समाजसेवी शैलेश केसरवानी ने कहा कि महाकुंभ, सनातन सभ्यता, संस्कृति, दर्शन और हमारी शाश्वत परंपराओं की जीवन्तता का प्रमाण है। आपको प्रयागराज की यात्रा करने में रामसरोज समूह अपने कर्तव्यों का निर्वहन रहा है यह हमारे लिए सौभाग्य की बात है। इस तीर्थ दर्शन संकल्प में अभी तक कराई गई तीर्थ दर्शन यात्राओं के उपरांत हमने महसूस किया है। कि किसी भी वृहद आयोजन में आयोजन कर्ताओं को और सहयोगियों को सामाजिक राजनीतिक भौगोलिक एवं आर्थिक कई तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ता है। इसी तरह की परेशानियां अब हमारे सामने भी चुनौती बनकर खड़ी हो रही है। लेकिन मैं और मेरा समूह राम सरोज के समूह ki मातृशक्ति और पितृ शक्ति के द्वारा लिए गए सभी संकल्पो को पूरा करेंगे चाहे इसमें किसी प्रकार की कोई भी बाधा आए हम हम ईश्वर से प्रार्थना करते हैं कि हमें संघर्ष के लिए शक्ति प्रदान करें।
इस अवसर पर समाजसेवी अखिलेश मोनी केसरवानी ने कहा कि भारत वर्ष के सनातनियों के लिए बेहद गौरवशाली क्षण है। महाकुंभ में ऐसे ऐसे साधु संत परमात्मा दिव्य आत्माएं पधारी है। जिनके दर्शन मात्र से आपका कल्याण होना संभव है। माँ गंगा, माँ यमुना और माँ सरस्वती की दिव्य धाराओं के संगम में आस्था की डुबकी लगाना सौभाग्य की बात है। एकता के महाकुंभ में अमृत स्नान करना आपके जीवन की अविस्मरणीय अनुभूति होगी।
आज आप सभी को टिकट के साथ-साथ कुछ सहयोग राशि भी हमारे द्वारा दी जा रही है जो कि हम हर बार देते हैं।
जिसे आप अपने अनुसार खर्च कर सके।माँ गंगा आप सभी का कल्याण करें। आप सभी की यात्रा शुभ हो।
इस अवसर पर अखिलेश गौर, अभिषेक गौर,हेमंत रैकवार,आनंद सोलंकी निश्चय सोनी,डालचंद्र रैकवार देवेंद्र रैकवार देवेंद्र कुर्मी प्रभा भाई नरेंद्र कुर्मी हेमलता कुर्मी मदनलाल सोनी माया सोनी भागीरथ शिल्पी कृष्णा विश्वकर्मा रविंद्र विश्वकर्मा रीता श्रीवास्तव विमलेश विश्वकर्मा ललिता विश्वकर्मा, भाग सिंह सेन रेखा सेन प्रेम नारायण रैकवार वंदना रैकवार सहित बड़ी संख्या में श्रद्धालुगण उपस्थित रहे

जिसका 87 लोगों का दूसरा जत्था मंगलवार को डीआईजी सुनील जैन,दद्दाजी के कृपा पात्र पं.श्री केशव जी महाराज,राम सरोज समूह के सदस्य समाजसेवी बबिता–संजीव केसरवानी,समाजसेवी गीता–शैलेश केसरवानी एवं समाजसेवी श्वेता–अखिलेश मोनी केशरवानी एवं नवीन भारती केसरवानी ने टिकट एवं सहयोग राशि भेंट रवाना किया।
इस अवसर पर डीआईजी सुनील जैन ने कहा कि राम सरोज समूह के कार्यों की जितनी भी प्रशंसा की जावे उतनी कब है। इस तीर्थ दर्शन संकल्प का लाभ जो लोग सच में इसकी पात्रता रखते हैं और जरूरतमंद है ऐसे लोगों को लाभ मिल रहा है। रामसरोज समूह के सदस्य जो कार्य कर रहे हैं। वह अपने माता-पिता के नाम से कर रहे हैं। और जो काम अपने माता-पिता के नाम से किया जाए उसमें कोई व्यक्ति असफल नहीं हो सकता। रामसरोज के सदस्य अपने माता-पिता आदर्शों का अनुकरण कर रहे हैं। आप सभी महाकुंभ में जावे और अपने साथ-साथ रामसरोज समूह परिवार को यश कीर्ति मिले ऐसी कामना मै भी कामना करता हूं और आप भी करें। पंडित केशव महाराज ने कहा कि सागर में मैं हमेशा रामसरोज समूह के समाजसेवा के कार्यों के बारे में सुनता रहता हूं और देखता रहता हूं। समूह द्वारा जितनी भी यात्रा आज तक जितनी भी यात्रा भेजी गई है उसमें मै स्वयं प्रत्यक्षदर्शी रहा हूं। यह बड़ी बात है कि बिना कोई शासकीय मदद की समूह के सदस्यजन अपने माता-पिता के बताए गए रास्ते पर चलकर लोगों की समाज सेवा कर रहे हैं। आप सभी को आपकी यात्रा के लिए शुभकामनाएं।
इस अवसर पर समाजसेवी संजीव केसरवानी ने कहा कि यह महाकुंभ 144 वर्षों बाद पड़ा है। अगला महाकुंभ अगले 144 वर्ष बाद पड़ेगा। और हम लोग शायद ही अब देख पाए। रामसरोज समूह का प्रयास है कि अधिक से अधिक संख्या में लोग कुंभ में स्नान कर सके और वहां की दिव्यता का अनुभव कर सके। आज प्रयागराज का दूसरा जत्था रवाना हो रहा है। आप सभी को शुभकामनाएं। इस अवसर पर समाजसेवी शैलेश केसरवानी ने कहा कि महाकुंभ, सनातन सभ्यता, संस्कृति, दर्शन और हमारी शाश्वत परंपराओं की जीवन्तता का प्रमाण है। आपको प्रयागराज की यात्रा करने में रामसरोज समूह अपने कर्तव्यों का निर्वहन रहा है यह हमारे लिए सौभाग्य की बात है। इस तीर्थ दर्शन संकल्प में अभी तक कराई गई तीर्थ दर्शन यात्राओं के उपरांत हमने महसूस किया है। कि किसी भी वृहद आयोजन में आयोजन कर्ताओं को और सहयोगियों को सामाजिक राजनीतिक भौगोलिक एवं आर्थिक कई तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ता है। इसी तरह की परेशानियां अब हमारे सामने भी चुनौती बनकर खड़ी हो रही है। लेकिन मैं और मेरा समूह राम सरोज के समूह ki मातृशक्ति और पितृ शक्ति के द्वारा लिए गए सभी संकल्पो को पूरा करेंगे चाहे इसमें किसी प्रकार की कोई भी बाधा आए हम हम ईश्वर से प्रार्थना करते हैं कि हमें संघर्ष के लिए शक्ति प्रदान करें।
इस अवसर पर समाजसेवी अखिलेश मोनी केसरवानी ने कहा कि भारत वर्ष के सनातनियों के लिए बेहद गौरवशाली क्षण है। महाकुंभ में ऐसे ऐसे साधु संत परमात्मा दिव्य आत्माएं पधारी है। जिनके दर्शन मात्र से आपका कल्याण होना संभव है। माँ गंगा, माँ यमुना और माँ सरस्वती की दिव्य धाराओं के संगम में आस्था की डुबकी लगाना सौभाग्य की बात है। एकता के महाकुंभ में अमृत स्नान करना आपके जीवन की अविस्मरणीय अनुभूति होगी।
आज आप सभी को टिकट के साथ-साथ कुछ सहयोग राशि भी हमारे द्वारा दी जा रही है जो कि हम हर बार देते हैं।
जिसे आप अपने अनुसार खर्च कर सके।माँ गंगा आप सभी का कल्याण करें। आप सभी की यात्रा शुभ हो।
इस अवसर पर अखिलेश गौर, अभिषेक गौर,हेमंत रैकवार,आनंद सोलंकी निश्चय सोनी,डालचंद्र रैकवार देवेंद्र रैकवार देवेंद्र कुर्मी प्रभा भाई नरेंद्र कुर्मी हेमलता कुर्मी मदनलाल सोनी माया सोनी भागीरथ शिल्पी कृष्णा विश्वकर्मा रविंद्र विश्वकर्मा रीता श्रीवास्तव विमलेश विश्वकर्मा ललिता विश्वकर्मा, भाग सिंह सेन रेखा सेन प्रेम नारायण रैकवार वंदना रैकवार सहित बड़ी संख्या में श्रद्धालुगण उपस्थित रहे