सागर। मप्र में परिसीमन आयोग का गठन किया है, जो नए सिरे से संभाग और जिलों की सीमाएं तय करेगी इसी के आधार पर प्रदेश में नए जिले बनाये जाएंगे इसमें बीना भी शामिल होगा । यह बात मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने आज बीना में जनसभा को संबोधित करते हुए कही । मालूम हो कि लंबे समय से बीना को जिला बनाये जाने की मांग उठ रही है । सीएम डॉ. मोहन यादव ने राज्य स्तरीय कार्यक्रम में उन्होंने 3 हजार करोड़ से अधिक की सौगातों की जहां घोषणा की तो वहीं मप्र राज्य परिसीमन आयोग बनाने की बात कहते हुए बीना को नया जिला बनाए जाने की घोषणा को टालते हुए कहा कि भविष्य में जो नए जिले और संभाग बनेंगे उनमें बीना जिला भी शामिल होगा। हालांकि बीना को खिमलासा, मंडी बामौरा सहित सारे इलाके को लेकर उन्होंने घोषणाओं की झड़ी लगा दी। कुल मिलाकर नया जिला छोड़कर बीना विधायक निर्मला सप्रे ने जो मांगा वह सब बीना को मिल गया।
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने बीना में सौगातों की झड़ी लगा दी। उन्होंने यहां से करीब 2125 करोड़ से अधिक की सौगातें दी हैं। बता दें कि बीना को कई दशकों से जिला बनाने की मांग उठ रही थी, बीते दिनों लगभग बीना—खुरई को मिलाकर जिला बनाया जाना तय माना जा रहा था, लेकिन कतिपय तकनीकि और केंद्र से मिले अप्रत्यक्ष निर्देशों के बाद बीना का जिला बनने का सपना फिर अधूरा रह गया। हालांकि सीएम यादव ने इसकी भरपाई के लिए कई घोषाणाएं की हैं, ताकि बीना की जनता निराश न हो।
*निर्मला सप्रे का स्पष्टीकरण मैं विकास नहीं कर पा रही थी*
बीना से कांग्रेस के टिकट पर जीतकर विधानसभा पहुंची विधायक निर्मला सप्रे ने भाजपा ज्वाइन करने और दलबदल को लेकर मंच से जनता के सामने स्पष्टीकरण भी दिया। उन्होंने कहा कि एक महिला का राजनीति में आना बहुत कठिन होता है। मैंने अपने दायित्व को निभाया है। बीना के हर एक सदस्य को अपना परिवार माना है। आपके अपनत्व और स्नेह के बलबूते ने ही मुझे प्रेरित किया कि मुझे बीना के विकास के लिए आगे बढ़ना है। मैं एक लक्ष्य को लेकर चल रही हूं। हमारा बीना सच्चे विकास से कोसों दूर है। मुझे बीना के विकास के लिए प्राणों की आहूुति देना पड़ें तो भी मैं पीछे नहीं हटूंगी। मैंने ठोकर भी खाई, निराश भी हुई, लेकिन आप लोगों के विश्वास के कारण में फिर खड़ी हो सकीं। ये आपका ही दिया हुआ वचन है कि दीदी आपको ही विचार करना है और विकास करना है। मैं विधायक तो बन गई थी, लेकिन विकास कार्य कराने में असमर्थ थी, इसलिए बीना विकास के लिए मैंने विचार किया और आज यहां हूं। बाबा महाकाल के बेटे आदरणीय डॉ. मोहन यादव जी के समझ शपथग्रहण कर विकास की राह पर आगे बढ़ी।
*सीएम के सामने बीना विधायक निर्मला सप्रे ने यह मांगे रखीं*
— बीना को जिला बना दीजिए
— बीना नदी परियोजना में बीना के सारे 151 गांव जोड़े जाएं।
— 25 पंचायतें खुरई में लगती हैं, उन्हें बीना में जोड़ा जाए।
— खिमलासा को पूर्ण तहसील का दर्जा मिले, ताकि खुरई तहसील में न जाना पड़े।
— मंडीबामौरा को नगर पंचायत का दर्जा मिले और कॉलेज खोला जाए।
— भानगढ़ के लोगों को एक कॉलेज दिया जाए, उप तहसील के लिए भवन दिया जाए।
— बीना में पॉलिटेक्निक कॉलेज दिया जाए।
— पेट्रोकैमिकल हब में आने वाली कंपनियों में बीना के लोगों को 50 प्रतिशत आरक्षण दिया जाए।
— बीना को 40 किलोमीटर लंबा नया रिंगरोड दिया जाए।
— ऐतिहासिक एरण को कलेंडर में शामिल कर पर्यटन स्थल घोषित किया जाए।
— बीना नगर पालिका के लिए नया बड़ा भवन दिया जाए।
— कृषि उपज मंडी का विस्तारित किया जाए। 35 एकड़ में नई मंडी बनाई जाए।
— शहरी और ग्रामीण महिला बाल विकास कार्यालय की स्वीकृति दी जाए।
*सीएम डॉ. मोहन यादव ने बीना के लिए यह घोषणाएं की हैं*
— युवाओं—बेरोजगारों के लिए आईटी पार्क बुंदेलखंड में बनेगा
— बीना में पॉलिटेक्निक कॉलेज खुलेगा। पेट्रोकैमिकल्स कोर्स संचालित होंगे
— एरण में संस्कृति मंत्रालय का उत्सव चालू किया जाएगा।
— बीना में नया आईटीआई खोला जाएगा।
— बीना सिंचाई परियोजना में छूटे सारे 151 गांव इसमें जोड़े जाएंगे
— बीना में 30 करोड़ की लागत से 100 बिस्तर की नई अस्पताल भवन का निर्माण
— बीना नगर पालिका का विस्तार, 5 करोड़ का नया भवन मंजूर
— सागर के लिए 301 करोड़ की सड़कों के लिए मंजूरी
— खिमलासा को पूर्ण तहसील बनाया जाएगा
— मंडीबामौरा उप तहसील व आवासीय भवन के किए 2 करोड़ की स्वीकृति
— भानगढ़ में उपतहसील भवन के लिए 2 करोड़।
— मंडी बामौरा ग्राम पंचायत को नगर परिषद बनाया जाएगा
— 50 लाख से नया मंडी भवन बनेगा
— बीना नगर पंचायत के नए भवन के लिए 1.30 करोड़ की स्वीकृति।
— बीना नगर पालिका विकास कार्य के लिए 5 करोड़ की स्वीकृति।
— इंडोर—आउटडोर स्टेडियम के लिए 3 करोड़ की घोषणा।
— बीना बायपास को मंजूरी, 40 करोड़ की स्वीकृति।
— परिसीमन आयोग के बाद जो नए जिले बनेंगे उनमें बीना भी शामिल होगा।
सभा को खाद्य मंत्री गोविंद राजपूत, सांसद लता वानखेड़े, गोपाल भार्गव आदि ने भी संबोधित किया ।