
इस अवसर पर समूह के सदस्य समाजसेवी संजीव केसरवानी एवं शैलेश केसरवानी ने कहा कि पूज्य पिताजी एवं पूज्य माता जी की स्मृति में रामसरोज समूह का तीर्थ दर्शन संकल्प सतत जारी है। पितरों की मुक्ति हेतु पूर्व वर्ष की तरह इस बर्ष भी रामसरोज समूह सागर जिले के जरूरतमंद लोगों को गया जी अपने पितरों की तर्पण हेतु भेज रहा है। और साथ ही यह रामसरोज समूह के लिए एवं तीर्थ यात्रियों के लिए सौभाग्य की बात है कि उन्हें रवाना करने हेतु अपने व्यस्तम समय में से रामसरोज समूह के आग्रह पर अल्प समय के लिए ग्राम मढ़ा जिला छतरपुर के ब्रह्मेश्वर धाम के प्रख्यात संत सागर आ रहे हैं। पूज्य महाराज जी लोगों के दैहिक दैविक एवं भौतिक कष्टों के निवारण हेतु दिव्य दरबार में समाधान किया जाता है। यह हमारे लिए गौरव की बात है कि उनका आगमन सागर में हो रहा है। सभी सागर जिलेवासियों से आग्रह है जो भी पूज्य गुरुजी महाराज के दर्शन करना चाहते हैं वह 14 सितंबर 2024 दिन शनिवार को शाम 3:30 बजे होटल रामसरोज पैलेस में आकर कर सकते हैं। साथ ही एक और हर्ष की बात है। पूज्य गुरुदेव अपने शिष्य मंडल से चर्चा करके आगामी सागर में लगने वाले दिव्य दरबार की घोषणा करेंगे।
इस अवसर पर समूह के सदस्य समाज सेवी अखिलेश मोनी केसरवानी ने बताया कि वैसे तो श्राद्ध कर्म या तर्पण करने के लिए भारत में कई स्थान है लेकिन पवित्र फल्गु नदी के तट पर बसे प्राचीन गया शहर की देश ही नहीं बल्कि विदेशों में भी पितृपक्ष और पिंडदान को लेकर अलग पहचान है। इसीलिए रामसरोज समूह अपने तीर्थ दर्शन संकल्प को तहत यात्रियों को रवाना कर रहा है। साथ ही जिनकी मृत्यु अकाल रूप से कोरोना काल में ज्ञात अज्ञात रूप से हुई है या जिन लोगों का कोई नहीं है। ऐसे लोगों का तर्पण रामसरोज समूह कराएगा जिससे उन लोगों को भी मुक्ति मिल सके। तीर्थ यात्रियों को रवाना करने के लिए पधार रहे प्रख्यात संतों के दर्शन हेतु पधारने का शहरवासियों से निवेदन आग्रह है।