सागर। तपोवन तीर्थ क्षेत्र, चनाटौरिया में आचार्य श्री निर्भय सागर जी मुनिराज के ससंघ पावन सानिध्य में आयोजित पंचकल्याणक गजरथ महोत्सव में युवा भाजपा नेता श्री अविराज सिंह भी सहभागी हुए।

युवा भाजपा नेता अविराज सिंह ने तपोवन तीर्थ पहुंच कर तीर्थंकर पद्मप्रभ जी भगवान की प्रतिमा के दर्शन किए। उन्होंने आचार्य श्री निर्भय सागर महाराज के सम्मुख श्रीफल अर्पित कर वंदना की। आचार्य श्री ने आशीर्वाद दिया। आचार्य श्री के आदेश पर अविराज सिंह ने अपने संक्षिप्त उद्बोधन में चनाटौरिया में तपोवन तीर्थ क्षेत्र स्थापना को क्षेत्रवासियों का सौभाग्य बताते हुए कहा कि इससे हम सभी को जैन संतों, आचार्यों, मुनियों के दर्शन व उनकी देशना को श्रवण करने का सुअवसर मिलने लगा है।
अविराज सिंह ने कहा कि जैन समाज से हमारे परिवार का संबंध पीढ़ियों से रहा है, जैन समाज का स्नेह हमारे परिवार को सदैव मिलता रहा है। अविराज सिंह ने कहा कि जैन धर्म से अहिंसा का संदेश मिलता है जिसे अपनाकर विश्व से हिंसा समाप्त हो सकती है। उन्होंने कहा कि आचार्य श्री की दिव्य वाणी और प्रभावी उपस्थिति से आत्मा को गहराई तक शांति और नई ऊर्जा का अनुभव हुआ है।भीतर एक नई प्रेरणा का संचार हुआ है।
आचार्य श्री निर्भय सागर महाराज ने अविराज सिंह को आशीर्वाद देते हुए कहा कि आपके पिता पूर्व गृहमंत्री भूपेंद्र सिंह सागर विश्वविद्यालय में मेरे समकालीन व सहयोगी रहे हैं। आयोजन समिति द्वारा अविराज सिंह का स्मृति चिन्ह भेंट कर आत्मीय सम्मान किया गया।

युवा भाजपा नेता अविराज सिंह ने तपोवन तीर्थ पहुंच कर तीर्थंकर पद्मप्रभ जी भगवान की प्रतिमा के दर्शन किए। उन्होंने आचार्य श्री निर्भय सागर महाराज के सम्मुख श्रीफल अर्पित कर वंदना की। आचार्य श्री ने आशीर्वाद दिया। आचार्य श्री के आदेश पर अविराज सिंह ने अपने संक्षिप्त उद्बोधन में चनाटौरिया में तपोवन तीर्थ क्षेत्र स्थापना को क्षेत्रवासियों का सौभाग्य बताते हुए कहा कि इससे हम सभी को जैन संतों, आचार्यों, मुनियों के दर्शन व उनकी देशना को श्रवण करने का सुअवसर मिलने लगा है।
अविराज सिंह ने कहा कि जैन समाज से हमारे परिवार का संबंध पीढ़ियों से रहा है, जैन समाज का स्नेह हमारे परिवार को सदैव मिलता रहा है। अविराज सिंह ने कहा कि जैन धर्म से अहिंसा का संदेश मिलता है जिसे अपनाकर विश्व से हिंसा समाप्त हो सकती है। उन्होंने कहा कि आचार्य श्री की दिव्य वाणी और प्रभावी उपस्थिति से आत्मा को गहराई तक शांति और नई ऊर्जा का अनुभव हुआ है।भीतर एक नई प्रेरणा का संचार हुआ है।
आचार्य श्री निर्भय सागर महाराज ने अविराज सिंह को आशीर्वाद देते हुए कहा कि आपके पिता पूर्व गृहमंत्री भूपेंद्र सिंह सागर विश्वविद्यालय में मेरे समकालीन व सहयोगी रहे हैं। आयोजन समिति द्वारा अविराज सिंह का स्मृति चिन्ह भेंट कर आत्मीय सम्मान किया गया।