
देष के अग्रणी फार्मेसी संस्थानों में शुमार डॉ. हरीसिंह गौर विष्ववि़द्यालय के भैषजिक विज्ञान विभाग पिछलें सात दषकों से फार्मेसी षिक्षा एवं शोध के क्ष्ेात्र में राष्ट्रीय एवं अन्र्तराट्रीय स्तर पर अहम योगदान करता आ रहा है। इस विभाग को भारत के प्रतिष्ठित विषेषज्ञ षिक्षकों ने अपनी विषिष्ठ कार्य शेैली से सवांरा है। यह विभाग देष के उन चुनिदां षिक्षा संस्थानों में सें है जहॉ भारत के फार्मेसी षिक्षा के पितामह प्रो. एम.एल. श्राफ ने विभागाध्यक्ष के रूप में कार्य किया साथ हि साथ पद्मश्री प्रो. हरिकिषन सिंह ने अपनी उत्कृष्ठ सेवाऐं देते हुये विभाग को प्रगति पथ पर अग्रसर करने में अहम भूमिका निभाई। विभिन्न शोध विषेषज्ञताओं के आधार पर विभागीय षिक्षकों ने नोवल ड्रग डिलेवरी, कम्न्यूटर एडेड ड्रग डिजाईन, मेडिसिनल प्लांट रिसर्च, मेडिसिनल केमिस्ट्री के क्षेत्र में अनेक शोध उपलब्धियां अर्जित की हे जो कि अन्र्तराट्रीय महत्व के शोध प्रत्रिकाओं में प्रकाषित है। विभाग के कई शोध, राष्ट्रीय एवं अन्र्तराट्रीय पेटेंट प्राप्त है। इस विभाग के षिक्षकों एवं शोधार्थियों को कई राष्ट्रीय एवं अन्र्तराट्रीय ख्याति प्राप्त पुरूस्कारों से समनित किया गया हैं। भारत के महामहिम राष्ट्रपति महोदय द्वारा विभाग के प्रो. संजय जैन को राष्ट्रीय स्तर के विजिटर अवार्ड से राष्ट्रपति भवन में आयोजित विषेष सम्मान समारोह में नवाजा गया। इसके अलाबा षिक्षकों को उत्कृष्ठ सेवा अवार्ड, उत्कृष्ठ शोध अवार्ड, यंग साइंटिस्ट अवार्ड जैसे सम्मानों से अनेकों वार सम्मानित किया गया है। विभाग के षिक्षक देष-विदेष की विभिन्न व्यावसायिक रेग्यूरेटरी एवं शैक्षिक परिषदों के महत्वपूर्ण पदों को शुषोभित करते रहे हैं। विभाग के पुरा छात्रों का एक स्ट्रांग एल्यूमनी कनेक्ट स्थापित है जिसके तहत विभिन्न विकास आधारित गतिविधियों में वर्तमान विद्यार्थियों के बहुमुखी उत्थान के लिये कार्य किया जा रहा है। प्रतिवर्ष विभाग के 90: से अधिक छात्र जीपेट एवं गेट जैसी प्रतियोगी परीक्षाओं में सफल होते रहे है। विभाग में शोध परियोजनाओं के तहत विभिन्न महत्वपूर्ण शोध उपलब्धियां अर्जित हुई हैं जिन्हें राष्ट्रीय एवं अन्र्तराट्रीय स्तर पर औद्यौगिक दृष्टिकोण से सराहा गया है। हाल हि में विभाग ने एडूरैंक संस्था द्वारा देष भर के शैक्षणिक संस्थानों के वर्ष 2024 की रेंकिगं में टाप 10 में स्थान पाया है। पूर्व में भी विभाग को राष्ट्रीय स्तर पर एन.आई.आर.एफ. रैकिंग में 11 वॉ स्थान प्राप्त हो चुका हैं। विष्वविद्यालय की कुलपति प्रो. नीलिमा गुप्ता ने उक्त उपलब्धि पर प्रसन्नता वक्त करते हुये विभाग के षिक्षकों एवं शोधार्थियों को विभाग पहुच कर बधाई दी।
सागर डॉ. हरीसिंह गौर विष्ववि़द्यालय के फार्मेसी विभाग के छात्रों ने भोपाल के ट्रूवा इंस्टिट्यूट ऑफ फार्मेसी में पुरूस्कार जीते। भोपाल के ट्रूवा इंस्टिट्यूट ऑफ फार्मेसी में ।प्ब्ज्म् एवं ैवबपमजल वित म्जींदव चींतउंबवसवहल के द्वारा प्रायोजित नेषनल कान्फ्रेंस दिनॉक 14 एवं 15 अक्टूबर को आयोजित की गई जिसमें डॉ. हरीसिंह गौर विष्ववि़द्यालय के फार्मेसी विभाग के शोध विद्यार्थियों ने भाग लिया। ओरल प्रजेन्टेषन में देवयानी राजपूत को प्रथम एवं रष्मी रावल को द्वितीय स्थान प्राप्त हुआ। पोस्टर प्रजेन्टेषन में प्रियदर्षी केण्डया को प्रथम स्थान प्राप्त हुआ। विभाग के लगभग 12 शोद्यार्थियों ने विभाग के डॉ. सुषील कुमार काष्व के मार्गदर्षन में भाग लिया। सभी विजयी विद्यार्थियों कीे विभाग के अध्यक्ष प्रो. वंदना सोनी एवं समस्त षिक्षकों ने प्रषंसा व्यक्त की।